Sunday, April 28, 2019

आज खुश हूँ...

आज खुश हूँ की मौसम बदल सा रहा है,
कष्टों का ये बादल टल सा रहा है...
मेरा मन खुसी से उछल सा रहा है,
मुझे जीवन जीने की तमन्ना फिर से हुई है,
ऐसा लगता है किस्मत बदल सा रहा है....
खुशियां क्या होती हैं मैं भूल सी गयी थी,
दुःख में ही अपने झूल सी गयी थी,
पर देखा जो खुशियों को आते हुए तो,
मेरा मन ये दुःख से निकल सा रहा है....
आसमां छूने की तमन्ना फिर से हुई है,
मेरा मन ये आस लिए फिर चल पड़ा है,
मेरा मन ये खुशी से उछल सा रहा है....

सो गया है बचपन....

सो गया है बचपन पत्थरों में सिमट कर,
अब तो रातों में भी पत्थरों की आवाजें सुनाई पड़ती है....
देखा था बच्चो को काम पर जाते हुए,
उनकी उम्र तो अभी खेल कूद की जनाई पड़ती है,
इस दुनिया में भी लोग दुहरा रंग रखते हैं,
यूँ तो कहते हैं हमारा देश प्यारा है बड़ा,
लेकिन उसी देश के भविष्य को खराब करने की सोच रखते हैं....
जिन हाथो में कलम सोभा देती उन हाथो में छाले हैं,
खेल कूद की आसा भी दब के रह जाती है....
किसी ने सोचा नही जरा सी मदद कर दे,
काम पर जाते बच्चो की वो भी तो अच्छा जीवन जीने का पूरा हक रखते हैं....

माँ की आँखों में....

माँ की आँखों में एक आस दिख रही थी,
ना जाने कैसी विश्वास दिख रही थी....
मानो जैसे उसकी आंखे मुझसे कुछ कह रही थी,
सीख दे रही थी, मन में आस भर रही थी,
की कर लेगी बेटा तू कुछ तो अलग है,
मेरी माँ मुझमें एक विस्वास भर रही थी...
बचपन से आज तक माँ ही वो इंसान है,
जो मेरे दुःख में रोइ है, मेरे सुख में हँसती है
उसी से तो मुझको एक सीख मिल रही है,
की दुःख में छोड़ो ना किसी का साथ मेरी माँ कह रही है....
माँ की आँखों में एक आस दिख रही थी....




Saturday, April 27, 2019

हवाओं के संग....

चलो जरा मुस्कुराहट बिखेर आएं हवाओं के संग,
बिना रुके बिना झुके चलो जरा खुशियाँ बिखेर आएं हवाओं के संग..
चलो जरा दुःख को झुका कर आते हैं,
चलो आस लेके हवाओं के संग...
हजारों मुश्किलें होंगी हमारी राहों में,
फिर भी ना रुकेंगे चलते रहेंगे हवाओं के संग....
कुछ तो सीखो अपने प्रकृति से ,
चलो खुशियाँ देकर दुःख समेट लाएं, हवाओं के संग...
हवा से सीखेंगे बिना रुके चलना है,
किसी भी मुसीबत से हमे नहीं डरना है,
बराबरी की है हवाओं से, तो चलो कुछ अलग कर आएं हवाओं के संग ....
चलो खुशियाँ बिखेर आएं हवाओं के संग.....

शहीदों की गलियों में....

चलो जरा सा देख आएं उन शहीदों की गलियों को,
जो शहीद हो गए देश के लिए गोली खाकर....
चलो जरा खुशियाँ बिखेर आये उन शहीदों के घर पर,
जिनकी माँ अकेली ही बैठी होंगी छत पर....
चलो जरा मुस्कुराहट दे आएं उन शहीदों के बच्चो को,
जो उदास हो गए होंगे पिता की तस्वीर देख कर....
समय तो निकालो चलो जरा मुस्कुराहट बिखेर कर आते हैं,
जिन्होंने हमारे लिए जीवन गवाँया, 
हम उनके घर खुशियाँ बिखेर कर आते हैं....

Wednesday, April 24, 2019

ये किस्मत ही तो है बदलती जरूर है....

सोच हो ऊंची तो सब मिलता जरूर है,
ये किस्मत ही तो है बदलता जरूर है....
कठिन परिश्रम से हार ना माने जो,
अपने आप को संभालना हर दुःख में जाने जो,
ऐसे लोगो को सफलता मिलती जरूर है,
ये किस्मत ही तो है बदलती जरूर है...
मुश्किल हो राहो में, चाहे मंजिल भी दूर हो,
पर मंजिल को पाने की आस भी मजबूत हो,
तो ऐसे ठान लेने पर खुशियाँ मिलती जरूर हैं,
ये किस्मत ही तो है बदलती जरूर है....
अकेले थी मेहनत में, अँधेरी सी रात थी,
पर सफलता को पाने पर शोर बड़ी जोर थी,
ऐसे सोच लेने पर सफलता मिलती जरूर है,
ये किस्मत ही तो है बदलती जरूर है.... 

Wednesday, April 3, 2019

POETRY AND STORIES: मोदी हैं तो मुमकिन है....

POETRY AND STORIES: मोदी हैं तो मुमकिन है....: मोदी हैं तो मुमकिन है , दुनिया  में  नाम  कमायेंगे... मोदी हैं तो ही मुमकिन है, शहीदो की शहादत का बदला ले पाएंगे.... मोदी हैं ...

मोदी हैं तो मुमकिन है....



Image result for picture of narendra modi


मोदी हैं तो मुमकिन है , दुनिया में नाम कमायेंगे...
मोदी हैं तो ही मुमकिन है, शहीदो की शहादत का बदला ले पाएंगे....
मोदी हैं तो ही मुमकिन है, भारत का झंडा विश्व भर में लहरायेंगे....
मोदी थे तो ही मुमकिन था , अभिनन्दन को देश वापस ला पाए थे....
मोदी होंगे तो ही मुमकिन होगा, दुश्मनो को मार
 भगाएंगे.....
इसी बात पर चलो आज एक कसम खाएंगे,
पाकिस्तान की तरफदारी करने वाले लोगो को नहीं,
बल्कि जिससे पाकिस्तान थर थर कांपता है ऐसे मोदी जी को ही जिताएंगे....
चलो इस बार भी मोदी जी को जिताते है , फिर से कमल खिलाते हैं...

कोरोना को हराना है  मुश्किलों में है ये भारत पर लड़ने की छमता रखो, कोरोना तुमसे बड़ा नहीं है ये विस्वास सदा रखो अपनी असली हिम्मत पहचानो, ...