चलो जरा सा देख आएं उन शहीदों की गलियों को,
जो शहीद हो गए देश के लिए गोली खाकर....
चलो जरा खुशियाँ बिखेर आये उन शहीदों के घर पर,
जिनकी माँ अकेली ही बैठी होंगी छत पर....
चलो जरा मुस्कुराहट दे आएं उन शहीदों के बच्चो को,
जो उदास हो गए होंगे पिता की तस्वीर देख कर....
समय तो निकालो चलो जरा मुस्कुराहट बिखेर कर आते हैं,
जिन्होंने हमारे लिए जीवन गवाँया,
हम उनके घर खुशियाँ बिखेर कर आते हैं....
जो शहीद हो गए देश के लिए गोली खाकर....
चलो जरा खुशियाँ बिखेर आये उन शहीदों के घर पर,
जिनकी माँ अकेली ही बैठी होंगी छत पर....
चलो जरा मुस्कुराहट दे आएं उन शहीदों के बच्चो को,
जो उदास हो गए होंगे पिता की तस्वीर देख कर....
समय तो निकालो चलो जरा मुस्कुराहट बिखेर कर आते हैं,
जिन्होंने हमारे लिए जीवन गवाँया,
हम उनके घर खुशियाँ बिखेर कर आते हैं....
Very nice.
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