हिंदी में लिखने का सौख है मुझे,
इसलिए नहीं की और भाषाये नहीं आती
बल्कि अपने हिंदी से प्यार है मुझे....
खुश हूँ सोचकर हिंदुस्तानी हूँ मैं,
भाषा है हिंदी गौरवशाली हूँ मैं...
हिंदी भाषा की सरलता को समझती हूँ मैं,
भारत माता की सुंदरता को समझती हूँ मैं...
श्रृंगार है हिंदी भारत माता का गहना है,
अनमोल है हिंदी ,बड़े बड़े गुरुओं का कहना है...
हिंदी पहचान है मेरी, हिंदुस्तानी हूँ मैं
खो न जाये हिंदी हमारे बीच से कही,
बचालो इसे अपनी पहचान है यही....
बोलकर अंग्रेजी आज हम बड़ा ही इठलाते हैं,
खुश होते हैं पर अपना अस्तित्व खोते जाते हैं
बचालो हिंदी को अपना स्वाभिमान हैं यही,
हिन्द हैं हम, हमारी असली पहचान हैं यही....
Nice
ReplyDelete