Sunday, April 28, 2019

आज खुश हूँ...

आज खुश हूँ की मौसम बदल सा रहा है,
कष्टों का ये बादल टल सा रहा है...
मेरा मन खुसी से उछल सा रहा है,
मुझे जीवन जीने की तमन्ना फिर से हुई है,
ऐसा लगता है किस्मत बदल सा रहा है....
खुशियां क्या होती हैं मैं भूल सी गयी थी,
दुःख में ही अपने झूल सी गयी थी,
पर देखा जो खुशियों को आते हुए तो,
मेरा मन ये दुःख से निकल सा रहा है....
आसमां छूने की तमन्ना फिर से हुई है,
मेरा मन ये आस लिए फिर चल पड़ा है,
मेरा मन ये खुशी से उछल सा रहा है....

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